कृषि के क्षेत्र में उन्नत किस्मों के बीजों का योगदान बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण है। क्योंकि उन्नत बीजों से किसानों के उपज की पैदावार बढ़ती है तो दूसरी तरफ उनकी आय में वृद्धि होती है। इसी बिंदु को ध्यान में रखते हुए राजस्थान सरकार ने नई उन्नत किस्मों के बीज उत्पादन को बढ़ाने के लिए Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana को नियोजित किया है। इस योजना के तहत किसानों को बीज उत्पादन के लिए कृषि विभाग द्वारा बीज उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही किसानों को सरकारी बीजों के उपयोग और उत्पादन के लिए प्रेरित किया जाता है।
इस योजना के तहत 2 लाख से अधिक किसान अपने खेत में बीज का उत्पादन कर आत्मनिर्भर बन रहे हैं। यदि आप भी राजस्थान राज्य के किसान हैं तो आज हम आपको मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना 2023 से जुडी सभी जानकारी विस्तार से देंगे योजना की पूरी जानकारी के लिए हमारे साथ अंत तक बने रहें।
Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana क्या है?
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना को किसानो के उपलक्ष में शुरू किया गया हैं। इस योजना के तहत कृषि विभाग का यह लक्ष्य होता है कि 30 से 50 किसानों के समूह बने। ताकि वह आपसी सहयोग से खेती कर सकें। कृषि विभाग इन किसानों के समूहों को चिन्हित करते हैं और इन्हें आरएसएससी के माध्यम से निशुल्क बीजों का वितरण करता है। जिसके बाद किसानों को प्रशिक्षण भी दिए जाते हैं। इसके बाद किसान बीज उत्पादन करके विक्रय कर सकते हैं। समूह के चयन में विशेष ध्यान रखा जाता है कि समूह में 50% लघु और सीमांत किसानों की भागीदारी हो और समूह के प्रत्येक किसान के पास कम से कम 0.2 हैक्टेयर जमीन हो।
Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में योजना के आकार को दोगुना कर 2 वर्षों में 50,000 किसानों को लाभान्वित करने का ऐलान किया था| जिसके लिए 30 करोड़ रुपए खर्च कर 9 लाख क्विंटल बीज का उत्पादन करवाया जाएगा।
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Short Details Of मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना
योजना का नाम | मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना |
राज्य | राजस्थान |
किसके द्वारा शुरु कि गई? | राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी के द्वारा |
उद्देशय | राज्य के कमजोर कृषको को लाभ देना |
किसके नाम पर मिनिकिट वितरण किया जाएगा ? | कृषको की महिलाओ के नाम पर |
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Mukhyamantri Beej Swavalamban Yojana के लिए पात्रता
मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना 2023 के तहत दी जाने वाली मिनीकिट वितरण में अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति, लघु एवं सीमांत, गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले किसान भाइयों को प्राथमिकता दी जाती है। राज्य सरकार द्वारा मिनिकिट महिला के नाम पर ही दिया जाएगा चाहे भूमि महिला के पिता/ पति, ससुर/किसी के नाम से भी rajisterd हो। इस योजना के तहत एक महिला को केवल मिनिकिट का एक ही पैकेट दिया जाएगा। यदि राज्य सरकार द्वारा किसी ग्राम पंचायत में अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के कृषक मौजूद नहीं हो, तो सामान्य क्षेणी की महिला को मिनिकिट वितरण किया जा सकता हैं।
एक परिवार की एक ही महिला कृषक को मिनिकिट वितरण किया जाएगा। एक परीवार की एक से अधिक महिलाओ को मिनिकिट पैकेट का वितरण नहीं किया जाएगा। इस योजना का लाभ केवल ऐसे कृषको को दिया जाता हैं जिन्हे गत तीन वर्ष में मिनिकिट कार्यक्रम में लाभ नहीं दिया गया हो। अब इस योजना के तहत सिंचाई की सुविधा वाले कृषको को प्राथमिकता दी जा रही हैं।
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कहाँ से मिलेंगे बीज
इस योजना के तह राज्य सरकार द्वारा छोटे किसानो को 50 प्रतिशत तक अनुदान पर बीज उपलब्ध करवाए जाते हैं जबकि सामान्य जाति के किसानो को 25 प्रतिशत अनुदान दिया जाता हैं। राज्य सरकार द्वारा मुख्यमंत्री बीज स्वावलंबन योजना के तहत राज्य राष्टीय तिलहन और ऑयल पॉप मिशन तथा राष्टय खाद्य सुरक्षा अनुसार मिनिकिट किसानों को दी जाती हैं। इस योजना को तहत कमज़ोर वर्ग के किसानो को लाभ देना ही राज्य सरकार का लक्ष्य हैं। आप अधिक जानकारी के लिए अपने जिले के कृषि विभाग के कार्यालय या कृषि विज्ञान केंद्र में भी संपर्क कर सकते हैं.